हौज़ा न्यूज़ एजेंसी
प्रशनः यदि कोई व्यक्ति अपने किसी बच्चे को आक़ कर दे और कहे कि मैंने तुम्हें आक़ कर दिया है तो उस पर क्या प्रभाव पड़ेगा? क्या ऐसे बच्चों को अपने माता-पिता की विरासत मिलेगी?
उत्तर: आक़्क़ कोई शरीयत अनुबंध नहीं है, न ही इसका कोई शरीयत रूप है कि इसके कहने से कोई प्रभाव पड़ेगा, बल्कि यह माता-पिता के कार्यों में से नहीं है। वह अल्लाह की दया से दूर हो जाता है और एक कमजोर व्यक्ति बन जाता है। इसलिए उसे क्षमा मांगनी चाहिए और अच्छे व्यवहार से अपने माता-पिता को प्रसन्न करना चाहिए। उत्तराधिकार की स्थिति में उसे उसकी विरासत से वंचित नहीं किया जाएगा।
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